Saturday, 9 August 2025

*जय स्वदेश -जय स्वदेशी

'स्व' आत्मबोध है। 'स्वदेशी' उसी का प्रकटीकरण है।
अतः 
* स्वदेशी व्यक्ति के जीवन में हिस्सा बने।
* परिवार के सदस्य स्वदेशी को प्राथमिकता दें।
* कार्यालय, व्यापारिक केन्द्रों में स्वदेशी वस्तुओं की उपलब्धता रहे।
* स्वदेशी वस्तुओं की गुणवत्ता उत्तम कोटि की हो।
* ऐसे कम्पनियों को सरकारी मदद न मिले जिसमें विज्ञापन ज़्यादा और वस्तु की गुणवत्ता कम हो।
* विद्यालयों में भारतीयता पर जोर हो।
* राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता आचार, व्यवहार में आदर्श सादगी वर्तें।

लाभ - 
* आर्थिक संकट से जूझ रहे सामान्य मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत मिलेगी।
* आर्थिक सम्पन्नता प्राप्त समूहों को सादगी पूर्ण जीवन जीने के लिए अभ्यास का अवसर मिलेगा।
* राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जनता के व्यवहार के अनुरूप अपना आचरण बनाना होगा।
* उपदेशक, प्रवचन कर्ताओं को समाज के सादे जीवन से सीख मिलेगी।
* गरीब, वंचित भी सर उठा कर समानता का भाव बोध कर सकेगा।

राष्ट्रीय पक्ष 

* राष्ट्रीय आय में वृद्धि होगी।
* लघु कुटीर उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
* स्वदेश में निर्मित वस्तुएं बेरोज़गारी दूर करेंगी।
* स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
* अमेरिका जैसे देश बार-बार मूर्खता नहीं करेंगे।
* पड़ोसी चीन भी अपने व्यवहार में बदलाव लायेगा।
* भारत विश्व को सादगी, सुचिता और आत्मनिर्भरता का संदेश दे सकेगा।

कैसे होग -
* व्यक्तिगत उपयोग में धीरे-धीरे स्वदेशी चीजों का उपयोग।
* घर के छोटे बड़े सदस्यों के बीच करणीय बातों की सहज समयानुकूल चर्चा।
* घर के भोजन को विज्ञापन आधारित रेसिपी से यथासंभव दूरी बनाते हुए वातावरण को अनुकूलित करना।
* तेल, साबुन,सोड़ा आदि घरेलू चीजों में स्वदेशी का उपयोग।
* धीरे -धीरे नवीन बड़ी और मंहगी चीजों को खरीदते समय स्वदेश निर्मित चीजों को प्राथमिकता देनी चाहिए।

*जय स्वदेश -जय स्वदेशी।

अंत में परिणाम में धैर्य-

* धीरे -धीरे रे मना धीरे से सब होय।
माली सींचे सौ घड़ा ऋतु आये फल होय।।
…................

✅ यहाँ भारत में स्वदेशी सामान क्रय करने हेतु कुछ लघु और प्रभावशाली श्लोगन दिए जा रहे हैं:-

1. "स्वदेशी अपनाओ, देश आत्मनिर्भर बनाओ!"
2. देश भक्ति रखो दम खम, स्वदेशी वस्त्र पहला कदम।
3. हर खरीदी हो भारत हितैषी, करो टेरिफ की ऐसी तेसी।
4. "विदेशी छोड़ो, स्वदेशी जोड़ो!"
5. "राष्ट्रहित में उठे हर हाथ– स्वदेशी की ही हो हर बात!
6. आत्मबल से बढ़ेगा भारत, स्वदेशी से सजेगा भारत।
7. स्वदेशी की भक्ति, स्वदेश की शक्ति।
8. अपना देश स्वदेशी माल, राष्ट्र रक्षा देखभाल।
9. स्थानीय बने सामान लाओ, भारत को भव्य बनाओ।
10. खरीदी स्वदेश की , सोच अपने देश की।
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रक्षा बंधन की शुभकामनाएं 🙏

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