जेहि इमि गावहिं वेद बुध,जाहि धरिहं मुनि ध्यान ।
सोइ दसरथ सुत भगत हित, कोसलपति भगवान।।
अनुज जानकी सहित प्रभु, प्रत्येक भारतवंशी के हृदय (अयोध्या) में आपका अभिनंदन, वंदन, स्वागत है।
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