Tuesday, 10 November 2020

 स्वामी विवेकानन्द कैरियर मार्गदर्षन योजना अन्तर्गत चाही गई जानकारी बिन्दुवार इस प्रकार है- 

1-विद्यार्थियों हेतु रोजगार प्रषिक्षण, वोकल फार लोकल, काउंसिलिंग एवं अन्य गतिविधियां- 1. रोजगार प्रषिक्षण- स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्षन योजना अन्तर्गत नियमित रूप से प्रतिवर्ष रोजगार प्रषिक्षण दिये जाते हैं। विगत सत्र में अल्पावधि रोजगार प्रषिक्षण से 328 प्रषिक्षण के माध्यम से 27919 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया है। इस वर्ष रोजगार प्रषिक्षण की संख्या बढा कर 200 महाविद्यालयों का लक्ष्य लेकर प्रत्येक महाविद्यालय के 500 विद्यार्थियों को प्रषिक्षित करने का लक्ष्य है जिसके कारण लगभग एक लाख विद्यार्थियों को प्रषिक्षित किया जा सकेगा। यह कार्य आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत समय-सीमा सितम्बर, 2021 तक पूरा किय जायेगा।

2. वोकल फार लोकल- चयनित महाविद्यालयों में मध्यप्रेदष के बघेली, बुन्देली, मालवी और निवाडी के कृषि, लघु कुटीर उद्योगों को ध्यान में रख कर लोकल फार वोकल अन्तर्गत प्रषिक्षण तथा स्वरोजगार और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने कराये जायेंगे। अभी कई महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को रक्षाबन्धन के अवसर पर रक्षासूत्र बनाने का तथा अभी दीपावली को देखते हुए दीप निर्माण का प्रषिक्षण दिया गया है।

3. काउंसिलिंग- महाविद्यालयों में करोनाकाल में परीक्षा पूर्व षिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को आनलाईन परामर्ष दिए गये जिससे लगभग 80 प्रतिषत विद्यार्थी लाभान्वित हुए। 

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेष की योजना अनुसार प्राथमिकता के आधार पर 200 महाविद्यालयों का चयन किया गया है जिसमें जिला स्तर पर पूर्णकालिक नोडल अधिकारी बनाए जा रहे हैं। प्लेसमेंट और स्वरोजगार के प्रषिक्षण हेतु बडे संस्थानों से एम ओ यू किया जा रहा। करोना काल पष्चात अभी तक आनलाइन प्रषिक्षित लाभान्वित विद्यार्थियों की संख्या तीन हजार से अधिक है। यह प्रषिक्षण निरन्तर किया जा रहा है। पूरी संख्या अभी अप्राप्त है।

2-विद्यार्थियों में अवसाद की बढ रही समस्या हेतु आनलाइन काउंसिलिंग किया जाना प्रस्तावित है।

कोरोनाकाल में  ग्रामीण क्षे़त्र के विद्यार्थियों को षिक्षक अभिभावकों द्वारा आनलाईन माध्यम से बराबर सम्पर्क रखते हुए उनकी समस्याओं का समाधान दिया गया। योजना मित्र के माध्यम से सक्षम विद्यार्थियों द्वारा निर्धन और अपेक्षित विद्यार्थियों की मदद की गई। बडवानी और जबलपुर के कई महाविद्यालयों में इस तरह के कार्य किए गए।

अभी भी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों से संवाद निरन्तर जारी है। सायकोमेटि़क एसेसमेंट को प्रभावी बनाया जा रहा है। टीसीएस और बजाज जैसी बडी कम्पिनियों से विद्यार्थियों को प्रषिक्षण दिया जा रहा है।

3-ई-प्लेटफार्म पर विद्यार्थियों, षिक्षकों से संवाद का नियमित आयोजन किया जाना है।

कार्ययोजना-षिक्षक-अभिभावक योजना के माध्यम से प्रत्येक षिक्षक द्वारा अपने आवंटित विद्यार्थियों से नियमित संवाद किया जा रहा है। साथ ही उनका डाटावेस अपडेट किया जा रहा है। महाविद्यालयों में षिक्षको ने अपने विद्यार्थियों के ह्वासएप गु्रप तैयार किए गये हैं जिनके माध्यम से उनसे निरन्तर सम्पर्क रखा जा रहा है।

महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्षन योजना द्वारा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेष के अन्तर्गत आगामी सितम्बर तक पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है, जिसकी पी पी टी आयुक्त महोदय को अवलोकनार्थ 10 नवम्बर, 20 को प्रेषित की जा चुकी है। योजना का लक्ष्य प्रत्येक विद्यार्थी का डाटाबेस तैयार करना और उसे रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। 

पी पी टी अवलोकनार्थ प्रेषित है।

निदेषक

स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्षन योजना, मध्यप्रदेष षासन


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