Wednesday, 17 April 2024

हिन्दव: सोदरा: सर्वे

हिन्दव: सोदरा: सर्वे
1969 में कर्नाटक के उडुपी में संपन्न विश्व हिंदू परिषद का सम्मेलन हिंदू समाज के पुनर्जीवन के लिए एक ऐतिहासिक प्रसंग सिद्ध हुआ। मंच पर हिंदू धर्म के जैन , बौद्ध,सिख वीरशैवा आदि सभी पंथ संप्रदायों के धर्माचार्य और शंकराचार्य पीठाधीश ( हरिजनों के पीठाधीश्वर सहित ) विराजमान थे । वहां पर कर्नाटक भर से आए हुए 15000 प्रतिनिधियों के सामने इन सभी धर्माचार्यों के संयुक्त आदेश के अनुसार " हिंदू धर्म में अस्पृश्यता के लिए स्थान नहीं है" ऐसे आशय का प्रदीर्घ प्रस्ताव पारित हो गया । इस संदेश को सूत्र रूप में पेजावर के पूज्य मठाधीश श्री विश्वेश तीर्थ स्वामी जी ने एक नया मंत्र दिया "हिंदव:सोदरा: सर्वे।
हिन्दव: सोदरा: सर्वे, न हिंदू पतितो भवेत् । 
मम दीक्षा धर्म रक्षा, मम मंत्र समानता।। 

सब हिंदू भारत माँ की संतान होने से सहोदर हैं, भाई हैं, इसलिए कोई हिंदू पतित नहीं हो सकता है । हमने "समानता" का मंत्र लेकर "धर्म रक्षा" की दीक्षा ली है।

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