[10/7, 8:12 AM] Umesh Singh: यह दोनों सूचियां नीचे दी जा रही टीप के साथ भेज कर अवगत कराना चाहेंगे।सिदर
[10/7, 1:08 PM] डॉ दांगी हिन्दी विभाग: कथा-संग्रह
1. बीच प्रेम में गाँधी –संतोष चौबे (वर्ष 2020)
(मध्यवर्गीय जीवन के सौन्दर्य, संघर्ष और जीवट की कहानियाँ)
2. एक सौ पचास प्रेमिकाएं –इंदिरा दाँगी (वर्ष 2013)
(आम भारतीय जनजीवन की जीजिविषा, संघर्ष और स्वप्नों की कहानियाँ)
3. अजोर –अशोक शाह (वर्ष 2020)
(ग्रामीण जीवन की विडंबनाओं, समस्याओं और उनसे जुड़े संघर्ष की कहानियाँ )
4. गोविन्द मिश्र रचनावली खंड 1, 2, 3, 4, 5, –गोविन्द मिश्र (वर्ष 2020)
(आम मध्यवर्गीय जीवन के संघर्ष की कहानियाँ)
5. पिघली हुई लड़की (2019)
(शहरी लोकबोध की कहानियाँ)
6. पुत्रिकमेष्ठी –सच्चिदानंद जोशी (वर्ष 2021)
(ये कहानियाँ समाज का चेहरा ही नहीं दिखातीं, उसको बेहतर बनाने की भी करती हैं)
7. अकेले होते लोग – स्वाति तिवारी (वर्ष 2008)
(वृद्धावस्था की कहानियाँ)
8. कौन ठगवा नगरिया लुटन हो – मालती जोशी (वर्ष 2019)
(समाज विमर्श की कथाएं)
9. व्हाट्सएपिया रोमांस – समीर यादव (2017)
10. (आधुनिक लोकजीवन के परिवर्तन, प्रेम, जीजिविषा, संघर्ष और सौन्दर्य की कहानियाँ)
11. एलबम –यशोधरा भटनागर (2021)
(परम्परा और आधुनिकता के बोध की कहानियाँ)
कविता संग्रह
1. हिरण्यगर्भा - मनोज कुमार श्रीवास्तव (2016)
(भ्रूण हत्या पर कवितायें)
2. अपने आकाश में – सविता भार्गव (2017)
(स्त्री आत्मविश्वास की, नये स्त्री विमर्श की कवितायेँ)
3. एक दिन किरण तो आयेगी – डॉ. सुधीर कुमार शर्मा
(आम आदमी के द्वन्द को व्यक्त करती गीतिकाएं)
4. जंगलराग –अशोक शाह (2017)
5. (जंगल, पहाड़, नदी, वृक्ष और जनजातीय संवेदना की कवितायेँ)
6. मैं तनय हूँ - पवन जैन (2006)
(शहरी लोकजीवन और लोकबोध की कविताएँ)
7. भाषा साँस लेती है -कुमार सुरेश (2011)
(भारतीय दर्शन, आधुनिक सन्दर्भ और मानवीय सरोकारों की कवितायें)
8. ऐसे दिन का इन्तजार (2016) (ब्रज श्रीवास्तव)
(यथार्थ और कल्पना में, संबंधों, उलझनों और भावनाओं का सम्वेदनात्मक चित्रण)
9. रेत में उगाये फूल (2012) चित्रा सिंह
(जीवन के संघर्ष, प्रेम और आधुनिकता को जीती स्त्री कि कवितायें)
10. मोती सीप के (2021) – अटल कश्यप
(जन जीवन की सूक्ष्मता से पड़ताल करती कवितायें)
11. जीवन में कुछ और बहुत है (2020) –मदन मोहन समर
(पर्यावरण, प्रकृति और मानवीय रिश्तों पर कवितायें)
उपन्यास
1. जलतरंग –संतोष चौबे (2016)
(संभवतः यह पहला ऐसा उपन्यास है जिसके आख्यान के केंद्र में भारतीय शास्त्रीय संगीत की पूरी परंपरा अपने अनेकवादी, संवादी और विवादी स्वरों के साथ मौजूद है)
2. मैं तुम्हारी कोशी –प्रवीण दुबे (2021)
(जनजातीय स्त्री विमर्श)
3. हवेली सनातनपुर –इंदिरा दाँगी (2014)
(बुंदेलखंड के लोकजीवन, लोकबोध और लोकविश्वासों की कथा)
4. ढाक के तीन पात (2015) मलय जैन
(ग्रामीण जीवन का उपन्यास)
5. साध्वी की सत्ता कथा –विजय मनोहर तिवारी (2017)
(धर्म, आध्यात्म और समय पर आख्यान)
6. तंत्र कथा – कुमार सुरेश (2019)
(हास्य-व्यंगात्मक उपन्यास)
7. मुखबिर –राजनारायण बोहरे (2010)
(बुंदेलखंड के लोकजीवन पर आधारित उपन्यास)
8. आठवाँ रंग पहाड़ गाथा –प्रदीप जिलवाने (2014)
(आदिवासी जीवन पर केन्द्रित उपन्यास)
9. बांसपुर की उत्तरकथा –आर.के.पालीवाल (2009)
(ग्रामीण जीवन को सुधारने को प्रयासरत एक वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी के संघर्ष की कथा)
10. मछली मछला नहीं होती (2016) –इंदिरा मिश्र
(सनातन संस्कारों के नायक के आधुनिकताबोध की कथा)
आलोचना
1. रंगकर्म : आयाम-दर-आयाम –सतीश मेहता (2013)
(रंगकर्म का समीक्षात्मक इतिहासवृत्त)
2. युगद्रष्टा वीर सावरकर –डॉ. उमेश कुमार सिंह
(वीर सावरकर के अवदान का युगीन सन्दर्भों में मूल्यांकन)
3. गोविन्द मिश्र रचनावली खंड क्रमांक – 11, -गोविन्द मिश्र (वर्ष 2020)
(साहित्य के इतिहास की आलोचनात्मक समीक्षा)
4. कवियों के कवि शमशेर –सविता भार्गव (2006)
(कवि शमशेर की कविताओं का युगीन सन्दर्भों में मूल्यांकन)
5. वह सूरज मैं सूरजमुखी – देवेन्द्र दीपक (2019)
(आलोचनात्मक निबंध)
6. सम्प्रति : अपने प्रति (निबंध) –देवेन्द्र दीपक (2019)
7. संत रज्जब : नंद किशोर पांडे (2014)
8. दादूपंथ के शिखर संत (नंद किशोर पांडे) (2020)
9. संत साहित्य की समझ (नंदकिशोर पांडे) (2018)
10. बुंदेली हुंकार (2021) –संजीव वर्मा सलिल
(1942 के बुंदेला विद्रोह पर केंद्रित)
नाटक
1. दूर देश की गंध- सतीश मेहता (2012)
(प्रवासी और भारतीय लोकबोध को व्यक्त करता नाटक)
2. राजकुमार पिथौरा और नर्तकी – इंदिरा दांगी (2021)
(अर्ध घुमक्कड़ जनजाति बेड़िया और भील जनजाति के संघर्ष, आस्था और मिथकीय विश्वासों पर आधारित दो नाटक)
3. कस्तूरबा और गाँधी की चार्जशीट – राकेश कुमार पालीवाल (2019)
4. प्राणोत्सर्ग – सुरेन्द्र सिंह पंवार (2021)
(मालवा के शहीद कुंवर चैन सिंह की बलिदान गाथा पर केन्द्रित)
5. ये भी ख़ूब रही – सुमन ओबरॉय (2019)
(सामाजिक समस्याओं पर हास्य व्यंग का नाटक )
रिपोर्ताज़
1. मेरे पांच वर्ष – विजय मनोहर तिवारी (2016)
(पांच वर्ष तक भारत की लगातार 8 यात्राओं से उपजी कहानियाँ)
2. हरसूद 30 जून – विजय मनोहर तिवारी (2005)
(इंदिरा सागर बाँध परियोजनाके विस्थापितों का मार्मिक वृत्तान्त)
व्यंग्य
1. व्यंग्य राग – कुमार सुरेश (2020)
(लोकजीवन पर हास्य व्यंगात्मक रचनाएँ )
2. साहबनामा – मुकेश नेमा (2020)
(लोकजीवन पर हास्य व्यंगात्मक रचनाएँ )
आत्मकथा
1. ऊबड़ खाबड़ सफ़र – राकेश कुमार पालीवाल (2019)
(ग्रामीण जीवन के विद्यार्थी के सफल जीवन की कथा)
संस्मरण
1. कैलाश मानसरोवर यात्रा : आस्था के वैचारिक आयाम– डॉ. हरिओम (2021)
(कैलाश मानसरोवर यात्रा पर लोकजीवन, धार्मिक और अध्यात्मिक द्रष्टि से एक अवलोकन)
एकांकी
1. आओ नाटक खेलें - संजीव वर्मा सलिल (2020)
(बाल एकांकी संग्रह )
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